भोपाल, मध्य केसरी डेस्क। मध्यप्रदेश में कांग्रेस विधायकों का पार्टी से टूटकर भाजपा में जाने का सिलसिला जारी है। मार्च 2020 से अभी तक पार्टी के 26 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। अब बड़वाह विधानसभा क्षेत्र से विधायक सचिन बिरला भाजपा में शामिल हो गए हैं। वे अब विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देंगे। इसके बाद कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा देने वालों की संख्या 27 हो जाएगी। बिरला के भाजपा में शामिल होने के बाद अब एक और उप चुनाव होना तय है। खंडवा लोकसभा क्षेत्र के साथ पृथ्वीपुर, जोबट और रैगांव विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव चल रहे हैं।
बतादें, वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 114 सीट पर जीत दर्ज करके 15 साल बाद सत्ता में वापसी की थी। बसपा के दो, सपा के एक सहित चार निर्दलीय सदस्यों का कमलनाथ सरकार को समर्थन हासिल था। पार्टी की अंदरूनी खींचतान के चलते वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने 22 समर्थक विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हो गए थे। विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा मंजूर होने से कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई और तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
सिंधिया और उनके 22 समर्थकों के भाजपा में शामिल होने के बाद 4 और सदस्यों ने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया। जिसके बाद 28 सीटों के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा ने 19 और कांग्रेस 9 सीट पर जीत हासिल की। इसके बाद दमोह विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव कांग्रेस के विधायक राहुल सिंह के इस्तीफे देने की वजह से हुआ, इसमें कांग्रेस के अजय कुमार टंडन को जीत मिली थी। इससे विधानसभा में भाजपा की सदस्यता संख्या 125 हो गई और कांग्रेस की 95 रह गई। सचिन बिरला का इस्तीफा देने के बाद यह संख्या घटकर 94 रह जाएगी। हालांकि अभी तीन विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव चल रहे हैं। 30 अक्टूबर को यहां मतदान होगा और 2 नवंबर को परिणाम आएंगे। उसके बाद विधानसभा में दलित स्थिति में और परिवर्तन आएंगे।
अब तब इन लोगों ने दिए इस्तीफे
तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युमन सिंह तोमर, इमरती देवी, महेंद्र सिंह सिसोदिया, डॉ. प्रभु राम चौधरी, एंदल सिंह कंसाना, रघुराज सिंह कंषाना, गिरिराज दंडोतिया, कमलेश जाटव, ओपीएस भदोरिया, रणवीर जाटव, मुन्नालाल गोयल, रक्षा सनोरिया, जसवंत जाटव, सुरेश धाकड़, जसपाल सिंह जज्जी, बृजेंद्र सिंह यादव, बिसाहूलाल सिंह, मनोज सिंह पटेल, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, हरदीप सिंह डंग, प्रदुमन सिंह लोधी, सुमित्रा देवी कास्डेकर, नारायण पटेल और राहुल लोधी।