भोपाल, मध्य केसरी डेस्क। उज्जैन का सिद्ध बाबा बात कर तंत्र-मंत्र के बहाने लोगों को अपने जाल में फसा कर ठगी करने वाले बदमाशों को भोपाल की बागसेवनिया पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। जब कोई देख न रहा हो तब बदमाश जमीन पर कपूर गिरा कर उसे अपने पैरों से रगड़कर धुआं निकाल देते थे, जिसे देख कर लोग आश्चर्यचकित रह जाते थे। इसे अशुभ संकेत बता कर बदमाश लोगों से पैसे ऐंठ लेते थे। चमत्कार दिखाने के बाद आरोपी लोगों से इधर-उधर देखे बिना कुछ दूर जाने के लिए कहते है और व्यक्ति के पैसे लेकर फरार हो जाते थे। भोपाल और रायसेन में इस तरह की कई वारदातें सामने आने के पुलिस ने इन पर 30 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।
अलीराजपुर के रहने वाले अखिलेश रावत पुत्र लालू सिंह रावत ने बताया कि वह 5 अक्टूबर को बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी आया था। यूनिवर्सिटी से बाहर निकलकर बागसेवनिया बाजार की तरफ जा रहा था। अहमदपुर दरगाह से आगे एक व्यक्ति मेरे पास आकर पता पूछने लगा। मैंने कहा कि मैं बाहर का हूं।
धोखे का शिकार हुए अलीराजपुर के अखिलेश रावत ने बताया, 5 अक्टूबर को वह होशंगाबाद रोड स्थित बरकतउल्ला विश्वविधालय गया था। उसने बताया बाहर निकलने के बाद अहमदपुर दरगाह से आगे एक व्यक्ति मेरे पास आकर पता पूछने लगा। मैंने कहा कि मैं बाहर का हूं। जिसके बाद बदमाश मेरे साथ-साथ चलने लगा। कुछ देर बाद एक व्यक्ति और मेरे पास आया वो भी मुझसे पता पूछने लगा। जिसके बाद दोनों मेरे साथ चलने लगे। कुछ समय बाद एक बदमाश ने खुद को उज्जैन का एक सिद्ध बाबा बताया, जब मैंने उस पर भरोसा नहीं किया तो उसने तंत्र विद्या के द्वारा अपने पैर से आग जला दी। आरोपी ने मुझसे कहा, तेरे जेब मे जो भी है मेरे हाथ में रख दे। मैं डर गया और अपनी जेब से 35 हजार रुपए निकल कर उसके हाथ में रख दिए। जिसके बाद उसने कहा बिना पीछे देखे 51 कदम जा तुझे भगवान के दर्शन होंगे। मैं 51 कदम गया। वापस मुड़ा, तो दोनों फरार हो चुके थे।
मामले की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर 30 हजार रुपए का इनाम घोषित किया। घटनास्थल पर पहुंच कर पुलिस ने पूछताछ की और करीबन 90 CCTV फुटेज खंगाली। इसी आधार पर ऐशबाग निवासी राहुल साहू पुत्र मुन्नालाल साहू पकड़ा गया। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने अपने बाकी साथ अशोका गार्डन निवासी मोहित रैकवार, छोला मंदिर निवासी संतोष कटकोले, छोला निवासी राजू विश्वकर्मा उर्फ मोनू, ऐशबाग निवासी सुमित रत्नाकर और देवी सिंह को पकड़ा।